खेल डेस्क. भारतीय कप्तान विराट कोहली के बाद रिकी पॉन्टिंग ने भी आईसीसी के चार दिवसीय टेस्ट मैच के प्रस्ताव का विरोध किया है। उन्होंने एक क्रिकेट वेबसाइट से बातचीत में कहा, ‘‘इससे ज्यादा मैच ड्रॉ होंगे। मैं इसके खिलाफ हूं, लेकिन इस प्रस्ताव का समर्थन कर रहे लोगों से इसकी वजह जानना चाहता हूं।’’
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने भी शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के 4-डे टेस्ट के प्रस्ताव का विरोध किया था। उन्होंने गुवाहाटी में कहा था कि वे खेल के पारपंरिक फॉर्मेट में छेड़छाड़ के पक्ष में नहीं हैं। आईसीसी ने 30 दिसंबर को यह प्रस्ताव रखा था कि पांच दिन के टेस्ट को चार दिन का कर दिया जाए। इससे कैलेंडर ईयर में सीमित ओवरों के मैच के लिए ज्यादा समय मिलेगा। आईसीसी इसे 2023-31 के फ्यूचर टूर प्लान में शामिल करना चाहता है।
पॉन्टिंग ने कहा- 4 दिवसीय टेस्ट कोई देखना नहीं चाहेगा
ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व कप्तान ने आगे कहा, ‘‘पिछले कुछ सालों में हमने काफी ज्यादा 4 दिवसीय टेस्ट खेले गए। लेकिन मैंने एक बात गौर की कि पिछले एक दशक में ज्यादातर चार दिवसीय टेस्ट रहे। यह एक चीज है, जो मुझे नहीं लगता कि कोई देखना चाहेगा।’’
आईसीसी इसे 2023 से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा बनाना चाहती है
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की क्रिकेट समिति इस बदलाव पर संजीदगी से विचार कर रही है। इस मसले पर दुनिया के अलग-अलग क्रिकेट बोर्ड भी चर्चा कर रहे हैं कि भविष्य में कैसे ग्लोबल क्रिकेट कैलेंडर पर पड़ रहे दबाव को कम किया जाए।
इस विषय पर पॉन्टिंग का कहना है, ‘‘मैं इसके वाणिज्यिक पक्ष को समझता हूं कि कैसे पैसे बचाएं जाए। और मैच कैसे गुरुवार से शुरू होकर रविवार को खत्म हो जाए। मैं इस बदलाव के लिए दूसरी ठोस वजह जानना चाहता हूं। मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि जब कोई चीज बुरी तरह नहीं टूटी है तो फिर हमें उसे बदलने और मरम्मत की जरूरत क्यों है?’’
नाथन लियोन और मैक्ग्रा ने भी विरोध किया था
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने आईसीसी के इस प्रस्ताव पर सहमति जताई थी, लेकिन उसके अनुभवी ऑफ स्पिनर नाथन लियोन ने इसे हास्यास्पद कहा था। साथ ही पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा ने भी इसका विरोध किया था। क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) के सीईओ केविन रॉबर्ट्स ने कहा था,‘‘चार दिनों के टेस्ट को लेकर हमें गंभीरता से विचार करना होगा। यह ऐसा है जिसे भावनाओं से परे होकर सोचना होगा।’’